ATMA Scheme in Hindi: कृषि प्रधान देश भारत में आज भी कई किसान खेती को पुराने ढंग से करते हैं। कुछ बड़े किसान ही आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग कर अच्छी फसल का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उनकी कमाई में भी इजाफा हुआ है। लेकिन किसानों का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है, जो आधुनिक कृषि से अब भी दूर है। पुराने ढंग से खेती कर रहे इन किसानों की आय इतनी कम होती है कि वे अपनी आजीविका भी नहीं चला पाते। ऐसे किसानों को आर्थिक मदद देने हेतु केंद्र व राज्य सरकार भिन्न-भिन्न योजनाओं का संचालन करती रहती है। सरकार की किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कोशिश में सरकार द्वारा आत्मा योजना (Atma Yojana) को शुरू किया गया है। आइए जानते हैं आत्मा योजना क्या, यह किसानों के लिए कितनी लाभकारी है।
ATMA Yojana Detail in Hindi
योजना का नाम | आत्मा योजना (ATMA Scheme) |
पूरा नाम | ATMA Scheme Full-Form- Agriculture Technology Management Agency |
शुरुआत | वर्ष 2005-06 |
लाभ | छोटे किसानों को तकनीकी खेती की जानकारी देना |
लाभार्थी | देश के किसान |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | जानकारी उपलब्ध |
आत्मा योजना क्या है?
किसान आत्मा योजना का पूरा नाम ATMA Yojana Full from- Agriculture Technology Management Agency है। वर्ष 2005-06 में इस योजना को शुरू किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई आत्मा योजना को ख़ास ऐसे किसानों के लिए तैयार किया गया है जो आधुनिक खेती के लाभ से परिचित नहीं हैं। आत्मा योजना के अंतर्गत ऐसे किसानों को आधुनिक खेती हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा। इन किसानों को कृषि के आधुनिक यंत्रों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उन्हें यह जानकारी मिलेगी कि आधुनिक खेती से फसल का अच्छा उत्पादन कैसे किया जा सकता है। अपनी तकनीक में बदलाव कर किसान आधुनिक तरीके से खेती कर ज्यादा आय अर्जित कर सकता है। समय-समय पर सरकार किसानों को प्रशिक्षण देगी। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री किसान ट्रैक्टर योजना – ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
आत्मा योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य छोटे स्तर के किसानों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी आय को दोगुना करना है। आत्मा योजना (Atma Scheme 2021) की मदद से किसान और कृषि वैज्ञानिक एक दूसरे से रूबरू होंगे। कृषि वैज्ञानिक किसानों को वैज्ञानिक ढंग से खेती करने का प्रशिक्षण देंगे। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार हमारे देश में प्रति क्षेत्रफल पैदावार बेहद कम है, वैज्ञानिक खेती को अपनाकर से कम खर्च में अच्छी पैदावार की जा सकती है। इसके लिए किसानों को तकनीक से जोड़ना जरूरी है। यह भी पढ़ें: पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है, जानिए कैसे करें आवेदन
किसान आत्मा योजना का लाभ (Atma Yojana Benefits)
- आत्मा योजना की मदद से किसानों को समय-समय पर आधुनिक खेती का प्रशिक्षण दिया जाता है।
- योजना के माध्यम से कृषि प्रदर्शनी का आयोजन और किसानों को एक्सपोजर विजिट पर भी ले जाया जाता है।
- आधुनिक खेती को अपनाकर किसान फसलों की अच्छी पैदावार कर अपनी आय को दोगुना कर सकता है।
- वैज्ञानिक खेती से कम खर्च में किसान अच्छी पैदावार का सकता है।
- कृषि वैज्ञानिकों से किसान आधुनिक खेती की बारीकियों को समझ पाएंगे।
- किसानों को जैविक खेती से जुड़ी तकनीक बताई जाएगी।
- योजना के माध्यम से दलहन, तिलहन, बागवानी और अनाज की उत्पादकता को बढ़ाने हेतु किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
- सुगंधित पौधे, नारियल, काजू की खेती के बारे में भी जानकारी दी जाती है।
- यह योजना करीब 684 जिलों में लागू है।
भारत में वैज्ञानिक खेती की आवश्यकता
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार भारत ज्यादा जमीन पर अन्य देशों की कम अनाज का उत्पादन कर रहा है। अन्य देश तन्कीन का इस्तेमाल कर कम जमीन पर भी अच्छा फसल उत्पादन कर रहे हैं। जितनी जमीन पर पड़ोसी देश चीन का किसान 7 टन धान पैदा करता है, उतनी ही जमीन पर भारतीय किसान सिर्फ साढ़े तीन टन ही फसल पैदा कर पाते हैं। वैज्ञानिक तौर तरीके से खेती, नई मशीनों के इस्तेमाल से अन्य देश खेती के मामले में भारत से काफी आगे निकाल गए हैं। चीन प्रति हेक्टेयर भारत से दोगुना चावल पैदा करता है, अमेरिका हमसे चार गुना मक्का व तीन गुना मूगफली की पैदावार करता है। यदि हमारे देश के किसान चीनी-अमेरिकी किसानों की तरह तकनीकी तौर-तरीके से खेती करें तो उनकी आय आसनी से दोगुनी हो जाएगी। यह भी पढ़ें: गोबर धन योजना क्या है, कैसे किसानों को मिलेगा लाभ
कृषि विज्ञान केंद्र पर करें संपर्क
किसानों के लिए आत्मा योजना बेहद ही लाभदायक है। योजना के माध्यम से अब तक देश के करीब 20 लाख प्रशिक्षण ले चुके हैं। यदि आप भी आत्मा योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र पर जाकर संपर्क करें।
Download Kisan Atma Yojana PDF – डाउनलोड करें
(किसानों की योजना व खेती से जुड़ी और अधिक जानकारी पाने के लिए किसान सूचना वेबसाइट पर विजिट करिए)
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