Survey Khata or Khasra Number Kya Hota Hai: पीएम किसान सम्मान निधि योजना का आवेदन कर देश के कई किसान लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के तहत छोटे किसानों को 2000 रुपए की तीन किश्तों द्वारा सालाना 6000 रुपए की राशी दी जाती है। कुछ ख़ास दस्तावेजों के साथ किसान ऑनलाइन माध्यम से इस आवेदन को कर इस योजना का लाभ ले सकता है। इन दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक खाते की जानकारी, जमीनी कागजात के साथ सर्वे/खाता नम्बर (Survey/Khata Number) और खसरा नम्बर (Khasra Number) भी दर्ज करवाया जाता है। इसके अलावा जब आप जमीन को खरीदते या बेचते हैं तब भी इस नम्बर की ज़रूरत पड़ती। इन्हीं नंबरों से भू-राजस्व विभाग सभी जमीनों की पूरी जानकारी रखते हैं।
How to find Survey Khata or Khasra Number?
जमीन का खसरा नम्बर, सर्वे/खाता नम्बर, खेवट नंबर ऑनलाइन कैसे निकाले?
कई लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती कि सर्वे/खाता नम्बर और खसरा नम्बर क्या होता है और इसे आसानी के साथ कैसे निकाला जाता है। इन जानकारियों को पाने के लिए पहले तहसीलों के दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन डिजिटल इंडिया के तहत कई जानकारियों को ऑनलाइन कर दिया गया है, जिसमें भूमि से जुडी जानकारी भी शामिल है। यानी आप आसानी के साथ अपनी या किसी अन्य की ज़मीन से जुड़ी जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। आइये जानते हैं सर्वे/खाता नम्बर (Survey/Khata Number) और खसरा नम्बर (Khasra Number) क्या हैं और आसानी के साथ इन्हें भूलेख एप (Bhulekh App) और भूलेख वेबसाइट (Bhulekh Web site) से कैसे देख सकते हैं।
Survey Khata or Khasra Number Kya Hota Hai?
सर्वे/खाता नम्बर और खसरा नम्बर क्या होता है?
Khasra Number: भारत में कृषि से सम्बंधित जमीन का एक क़ानूनी रिकॉर्ड और डॉक्यूमेंट होता है। सरकार ने ज़मीन के हर टुकड़े को एक ख़ास नम्बर दिया है, जिससे ज़मीन के क्षेत्रफल, उसपर उगाई जाने वाली फसल की जानकारी को जोड़ा जाता है। इस नम्बर को ही खसरा नंबर कहा जाता है। इससे सरकार के पास जानकारी रहती है कि किस व्यक्ति के नाम कितनी ज़मीन है। यदि गाँव में एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा ज़मीन के टुकड़े हैं तो हर ज़मीन के खसरा नंबर की संख्या अलग-अलग होगी। अगर कोई एक ज़मीन को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर उसे बेचता है तो सभी ज़मीन के टुकड़ों का खसरा नंबर भी अलग-अलग होगा।
Survey/ Khata Number: सर्वे/खाता नम्बर जिसे खतौनी और खेवट नम्बर (Khewat Number) भी कहा जाता है। इस नंबर से ज़मीन के मालिक की जानकारी को जोड़ा जाता है। यदि किसी व्यक्ति के नाम पर एक से ज्यादा ज़मीन के टुकड़े हैं तो सभी का सर्वे/खाता नम्बर एक ही होगा। इसे सरकार को यह जानकारी मिलती है की एक व्यक्ति के पास कहाँ-कहाँ पर कितनी ज़मीन है। जब ज़मीन का मालिक बदल जाता है तो खाता नम्बर भी बदल जाता है।
Online Khasra/ Survey/ Khata/ Khewat Number Kaise Nikale
खसरा नम्बर, सर्वे/खाता नम्बर, खेवट नंबर ऑनलाइन कैसे निकाले?
भूलेख एप (Bhulekh App) के माध्यम से आप आसानी से अपनी ज़मीन का खसरा नंबर और और अपना सर्वे/खाता नम्बर या खेवट नंबर निकाल सकते हैं। आपको बस अपने मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से भूलेख एप (Bhulekh App) डाउनलोड करना होगा और नीचे दिए गए स्टेप को फॉलो कर आप आसानी से अपनी ज़मीन से सम्बंधित जानकारी निकाल सकते हैं। आपकी ज़मीन किसी भी राज्य में हो आप इस एप के माध्यम से हर जानकारी को घर बोथे ऑनलाइन निकाल सकते हैं।
Bhulekh App Download
ऐसे निकाले भूलेख एप से जानकारी
-इस एप को खेलने के बाद सभी राज्यों की सूची आपके सामने आ जाएगी, आपकी ज़मीन जिस भी राज्य में है उसका चयन करें।
-इसके बाद आपको जनपद और तहसील का चयन करना है। तहसील का चयन करते ही उसके अंतर्गत आने वाले सभी ग्राम की सूची आपके सामने आ जाएगी। आपकी ज़मीन जिस भी ग्राम में है उसका चयन करें।
-यहाँ आप अपना खसरा नंबर या फिर खाता नंबर डालकर ज़मीन से जुडी जानकारी निकाल सकते हैं, लेकिन यदि आपके पास ये दोनों नंबर नहीं हैं तो आप ज़मीन के मालिक का नाम लिखकर खसरा नंबर और खाता नंबर की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
-भूलेख एप (Bhulekh App) के अलावा आप वेबसाइट के माध्यम से भी खसरा नम्बर, सर्वे/खाता नम्बर, खेवट नंबर ऑनलाइन निकाल सकते हैं। जमीन से जुड़े रिकॉर्ड रखने के लिए हर राज्य ने अपनी एक ख़ास वेबसाइट तैयार की है। यहाँ से भी आप आसानी के साथ अपनी ज़मीन से जुडी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
विशेष सूचना: भूलेख एप (Bhulekh App) और भूलेख वेबसाइट (Bhulekh Web Site) से आप खसरा नम्बर, सर्वे/खाता नम्बर, खेवट नंबर, किसी ज़मीन के मालिक का नाम और अन्य जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसमें कुछ संसोधन करना हो या फिर इसकी सत्यापित प्रतिलिपि चाहिए तो इसके लिए आपको जिला तहसील कार्यालय से संपर्क करना होगा।
Khasra Khatauni Online check website
खसरा खतौनी वेबसाइट
खसरा – खतौनी के बीच क्या अंतर है
खसरा (Khasra) | खतौनी (Khatauni Naksha) |
खसरा जमीन के ख़ास हिस्से को कहते हैं। | खतौनी में किसी व्यक्ति के स्वामित्व वाली जमीनों की जानकारी होती है। |
खसरा P -II फॉर्म में बनता है। | खतौनी B-I फॉर्म में बनता है। |
इसमें 12 कॉलम खाने होते हैं। | इसमें 23 कॉलम होते हैं। |
खसरा जमीनी रिकॉर्ड की एक इकाई होती है, जिसे खसरा नंबर कहते हैं। | खतौनी एक रजिस्टर है, जिसमे प्रत्येक खसरा नंबर के स्वामी का नाम लिखा रहता है। |