गोधन न्याय योजना 2021: CG Godhan Nyay Yojana Registration, Start Date & Other Detail

Godhan Nyay Yojana 2021: किसानों की आय को बढ़ाने हेतु केंद्र और राज्य सरकारें तरह-तरह की योजनाएं तैयार कर रहीं हैं। भिन्न-भिन्न संसाधनों से किसानों के लिए उत्तम रोजगार और व्यापार के नए अवसर खोजे जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा भी किसानों की आय को दोगुना करने की कोशिश जारी है। इसी कोशिश में राज्य की सरकार ने गोधन न्याय योजना (Godhan Nyay Yojana) को शुरू किया है, जो अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बन चुकी है। गोधन न्याय योजना क्या है, इसकी शुरुआत कब (Start date) हुई थी, योजना का लाभ लेने हेतु पंजीकरण फॉर्म (Registration) कैसे भरें?

Godhan Nyay Yojana Registration and other Detail

योजना का नामगोधन न्याय योजना
राज्यछत्तीसगढ़
शुरुआत20 जुलाई 2020
लाभपशुपालकों का गोबर सरकार द्वारा खरीदा जाएगा
लाभार्थी ग्रामीण एवं नगरिया पशुपालक
अधिकारिक वेबसाइट (Official website)cgstate.gov.in

गोधन न्याय योजना क्या है?

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा 20 जुलाई 2020 इस सराहनीय योजना का शुभारंभ किया गया। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत राज्य के ग्रामीण पशुपालकों से सरकार द्वारा पशुओं का गोबर खरीदा जाता है। इस गोबर से सरकार जैविक खाद का निर्माण कर बिक्री के लिए उपलब्ध करवाती है। यह देश की पहली ऐसी योजना है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा गोबर की खरीदी की जाती है। योजना का लाभ उठाने हेतु इच्छुक लाभार्थी आवेदन कर इससे जुड़ सकते हैं। योजना का क्रियांवयन राज्य की 2240 गोशालाओं के साथ किया गया था, जिसके बाद सरकार द्वारा अन्य पशुपालकों से गोबर को खरीदा गया।

योजना का मुख्य उद्देश्य (Godhan Nyay Yojana Objective)

गोधन न्याय योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण पशुपालकों की आय को दोगुना करना है। योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के पशुओं का गोबर खरीदती है, जिससे की उनकी आमदनी में इजाफा होता है। अक्सर आपने देखा होगा कि किसान गायों को खुला छोड़ देते हैं और वे कहीं भी गोबर कर देती हैं, जिससे गंदगी भी फैलती है और गाय का कीमती गोबर व्यर्थ भी चला जाता है। राज्य सरकार अब गोबर को खरीद कर उसका इस्तेमाल खाद बनाने के लिए करेगी। 2 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से गोबर को खरीदा जाता है और इसे खाद में बदलकर सरकार 8 रुपए प्रतिकिलो के भाव से बाजार में बेचती है।

गोधन न्याय योजना का लाभ (Benefits)

  • पशुपालक किसानों की आय में वृद्धि होगी।
  • किसान पशुओं को खुली चराई के लिए नहीं छोड़ेंगे।
  • गोबर से जैविक खाद का निर्माण किया जाएगा, जिससे रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में कमी आएगी।
  • जैविक खाद के उपयोग से भूमि की उर्वरक क्षमता बढ़ेगी।
  • क्षेत्र के बेरोजगारों को रोजगार भी मिलेगा।

आवेदन हेतु जरूरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • स्थानीय प्रमाण पत्र
  • मोबाइल नम्बर
  • पहचान पत्र
  • बैंक खाते की जानकारी
  • आय प्रमाण पत्र

गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ : पंजीकरण प्रक्रिया/ Registration

जो पशुपालक Godhan Nyay Yojana के माध्यम से अपने पशु का गोबर सरकार को बेचना चाहता है उसे सबसे पहले पंचायत से योजना सम्बंधित आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा, इसके पश्चात् इस फॉर्म में पूछी गई महत्वपूर्ण जानकारी जैसे नाम, पता, बैंक खाता नम्बर दर्ज करना होगा। जरूरी दस्तावेजों के साथ इस आवेदन फॉर्म को ग्राम पंचायत या गोठान में जमा कर दें। यह प्रक्रिया होने के बाद आपको गोबर क्रय पत्रक दिया जाएगा, जिसमें आपकी जानकारी लिखी होगी। आप गोबर खरीदी केंद्र पर कब और कितना गोबर बेच रहे हैं, इस जानकारी को गोबर क्रय पत्रक पर दर्ज किया जाएगा।

योजना की सफलता

छत्तीसगढ़ में सफलतापूर्वक इस योजना को चलाया जा रहा। केंद्र सरकार को भी गोबर खरीदी की यह नई पहल काफी पसंद आई है। जल्द ही इस योजना को पूरे भारत में भी लागू किया जा सकता है। लोकसभा में कृषि मामलों की स्थायी समिति ने सदन में गोधन न्याय योजना की तारीफ की थी और केंद सरकार से कहा था कि इस योजना को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।

महिलाओं को मिला स्थायी रोजगार

गोधन न्याय योजना का महिलाओं को भी लाभ मिला है। खरीदे गए गोबर से जैविक खाद का निर्माण समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। राज्य के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की लाडली महिला स्व सहायता समूह ने खाद का निर्माण कर 2 लाख से ज्यादा का धन अर्जित किया है। समूह की महिलाओं द्वारा करीब 226.52 क्विंटल खाद बनाया गया, जिसे उद्यानिकी तथा वन विभाग बेच दिया गया। खाद के अलावा महिलाएं गोकाष्ठ, कण्डे, अगरबत्ती, वर्मी वॉश जैसी अन्य उपयोगी सामग्री भी बना रहीं हैं और अब तो बाजारों में भी इनकी मांग बढ़ने लगी है।

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