Chhattisgarh Mahtari Dular Yojana 2023: देश में विभिन्न वर्ग के बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार कई योजनाओं का संचालन करती है। राज्य सरकार द्वारा भी निर्धन छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप योजना के माध्यम से आर्थिक मदद दी जाती है, जिससे वे बिना किसी परेशानी के अपनी पढाई कर सके। कोविड महामारी की वजह से देश में कई लोगों की जान चली गई। माता-पिता व घर के अन्य मुख्य सदस्य की मृत्यु से बच्चों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया। जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को कोविड महामारी के दौरान खो दिया, ऐसे बच्चों के लिए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) सरकार ने महतारी दुलार योजना को शुरू किया है। योजना के माध्यम से इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जाएगी साथ ही इन्हें राज्य सरकार द्वारा स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी। आइए छत्तीसगढ़ की महतारी दुलार योजना के बारे में विस्तृत जानकारी जानते हैं।
Mahtari Dular Yojana 2023 Detail in Hindi
योजना का नाम | महतारी दुलार योजना (Chhattisgarh Mahtari Dular Yojna) |
राज्य | छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) |
शुरुआत | 2021 |
लाभ | निशुल्क शिक्षा |
लाभार्थी | कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चे |
अधिकारिक वेबसाइट (Official website) | जानकारी नहीं है |

महतारी दुलार योजना क्या है? (Chhattisgarh Mahtari Dular Yojna)
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2021 में महतारी दुलार योजना को प्रारंभ किया गया। योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चों को लाभ दिया जाता है, जिनके माता या पिता या माता-पिता दोनों का निधन कोरोना संक्रमण की वजह से हुआ हो। इन बच्चों को राज्य सरकार निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाती है और मासिक रूप से स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। महतारी दुलार योजना के अंतर्गत कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को 500 रुपए प्रतिमाह और कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को प्रतिमाह एक हजार रुपए प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाती है। इसके अलावा बच्चा जिस निजी स्कूल में अध्ययन कर रहा है, यदि वह उसी स्कूल में अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहता है तो रख सकता है, साथ ही उसके पास राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने का विकल्प भी रहेगा। निजी स्कूलों के बच्चों की फीस का वहन राज्य सरकार के द्वारा ही किया जाएगा। यह भी पढ़ें: चिरायु योजना क्या है, छत्तीसगढ़ के बच्चों के लिए लाभकारी चिरायु योजना
Mahtari Dular Yojana– उद्देश्य
कोरोना संक्रमण की वजह से जिन बच्चों की माता या पिता या माता-पिता दोनों का निधन हो गया उन बच्चों की शिक्षा में किसी भी प्रकार का अवरोध न आए इस उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार ने महतारी दुलार योजना को प्रारंभ किया। Mahtari Dular Yojana 2021 के द्वारा बच्चों को करियर बनाने के लिए स्कॉलरशिप, बेहतर सुविधा दी जाएगी। बच्चों की फीस का वहन राज्य सरकार के द्वारा ही किया जाएगा। उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए इस योजना की मदद से उन्हें हर संभव मदद दी जावेगी। यह भी पढ़ें: प्रधानमंत्री आवास योजना की पूरी जानकारी, कैसे करें आवेदन?
Chhattisgarh Mahtari Dular Yojana– लाभ
- कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को भी योजना का लाभ दिया जाता है।
- इन बच्चों को मासिक स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाएगी।
- कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को प्रतिमाह 500 रुपए दिए जाते हैं।
- कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को प्रतिमाह एक हजार रुपए प्रदान किए जाते हैं।
- जिन बच्चों के माता-पिता की मृत्यु कोविड-19 संक्रमण की वजह से हुई है और वे निजी स्कूल में अध्ययन करते हैं तो उनकी फीस का वहन राज्य सरकार के द्वारा किया जाएगा।
- यदि बच्चा अपने अध्यनरत निजी स्कूल में अध्ययन नहीं करना चाहता तो उसे स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में दाखिला लेने हेतु प्राथमिकता दी जावेगी।
- प्रदेश की शासकीय शालाओं में इन बच्चों को निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाई जाएगी।
- स्कूल शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा हेतु प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- होनहार छात्रों को व्यावसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने हेतु प्रशिक्षण/ कोचिंग की सुविधा दी जाएगी।
- निराश्रित बच्चे सीधा शिक्षा अधिकारी को अपना आवेदन दे सकते हैं।
- राज्य के सभी जिलों में इस योजना को लागू किया गया है।
महतारी दुलार योजना हेतु पात्रता
- सिर्फ छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मूल निवासी बच्चे ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- जिन बच्चों के माता या पिता या माता-पिता दोनों की मृत्यु कोविड-19 से हुई हो।
- ऐसे बच्चे जो स्कूली शिक्षा प्राप्त करने हेतु आयु संबंधी पात्रता रखता हो।
- जिनके घर में कमाने वाले वयस्क सदस्य की मृत्यु कोविड-19 से हुई और अब उनका भरण-पोषण करने वाला कोई नहीं।
Mahtari Dular Yojana 2023- जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पिछली कक्षा की मार्कशीट
- माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पात्र
महतारी दुलार योजना 2023 आवेदन प्रक्रिया
शैक्षणिक सत्र 2021-2022 से महतारी दुलार योजना लागू होगी। योजना का क्रियांवयन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा किया जाएगा। छात्र स्वयं या अभिभावक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सीधे आवेदन कर सकते है। प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण हेतु जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में समिति गठित होगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग अधिकारी एवं समाज कल्याण विभाग का एक-एक अधिकारी शामिल होगा। सामान्य प्रशासन विभाग प्रति वर्ष छात्रों के मान से स्कूल शिक्षा विभाग को वांछित राशि उपलब्ध कराएगा।