Haryana-Punjab Gehu Mandi Bhav 2023-24 (पंजाब और हरियाणा में गेहूं का रेट 2023-24): भारत में सबसे ज्यादा गेहूं की पैदावार पंजाब व हरियाणा में होती है। इन राज्यों से गेहूं को विदेशों में भी भेजा जाता है। सरकार हर राज्य में गेहूं को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच रही है। पंजाब व हरियाणा दोनों राज्यों में गेहूं के समर्थन मूल्य निर्धारित कर दिए गए हैं। आइए जानते हैं वर्ष 2023-24 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है।
Haryana-Punjab Gehu Mandi Bhav 2023-24
पंजाब और हरियाणा में गेहूं का रेट 2023-24 (Wheat Price in Punjab 2023)
Wheat Price in Punjab 2023: 1 अप्रैल से पंजाब व् हरियाणा में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी को शुरू कर दिया गया है। दोनों राज्यों में यह खरीद 31 मई तक खरीद चलेगी। रबी विपणन सीजन 2023-24 के लिए गेहूं की एमएसपी 2,125 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किये गए हैं। किसानों को बिक्री करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आए, इसकी लिए राज्य सरकार ने 408 मंडियां बिक्री के लिए निर्धारित की हैं। राज्य सरकार ने किसान को हर संभव सुविधा देने की कोशिश की है। किसान स्वयं ही अपनी गेहूं बिक्री का दिन तय कर पाएंगे, जिससे की उन्हें गेंहूं बेचने में सहूलियत हो।
मात्र 72 घंटे में होगा भुगतान
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा खरीद के 72 घंटे बाद ही किसान को उसकी रकम का भुगतान कर दिया जावेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदे गए गेहूं के भुगतान की राशि सीधा किसान द्वारा दिए गए बैंक खाते में पहुंचाई जाएगी। किसानों को प्रति क्विंटल 2,125 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
हरियाणा में सरसों का मंडी भाव (Sarso Mandi Bhav)
हरियाणा में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीदी भी शुरू हो गयी है। राज्य सरकार ने पहले 28 मार्च से बिक्री शुरू करना निर्धारित किया था। लेकिन बाद में 15 मार्च से ही इसकी खरीदी को मंडी में शुरू कर दिया। इस साल ओपन मार्केट में सरसों का दाम एमएसपी से कम है इस वजह से किसान, सरकार को सरसों बेचने पर जोर दे रहे हैं। रबी विपणन सजन 2023-24 में सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5450 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। वहीँ सरसों की खरीद हेतु सरकार ने 114 मंडियां निर्धारित की हैं।
Wheat Price in Punjab 2023
Haryana-Punjab Gehu Mandi Bhav 2023-24 List
फसल का नाम | समर्थन मूल्य 2023-24 |
गेहूं | 2125 |
जौ | 1735 |
चना | 5335 |
मसूर | 6000 |
सरसों व सफ़ेद सरसों | 5450 |
कुसुंभ | 5650 |
न्यूनतम समर्थन मूल्य की जानकारी
कई लोगों को अब भी इस बारे में जानकारी नहीं है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है। आइए आपको सरल शब्दों में बता देते हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या होता है। कृषि उपज जैसे गेहूं, चना, सरसों आदि के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है। सरकार के द्वारा निर्धारित इस मूल्य से कम कीमत में किसी भी किसान की फसल को नहीं खरीदा जाता। भारत सरकार के द्वारा इस मूल्य को निर्धारित किया जाता है। जैसे यदि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1500 रुपए निर्धारित किया गया तो, कोई व्यापारी किसी किसान से 1500 से अधिक कीमत में गेहूं को खरीद सकता है, लेकिन इससे कम कीमत में वह गेहूं नहीं खरीद सकता।