Ratalu Ki Kheti: बदलते बाजार को देखते हुए भारतीय किसानों ने भी अपनी आय को बढ़ाने के लिए मुनाफे वाली खेती करना शुरू कर दिया है। नई-नई फसलों को अपनाकर किसान बाजार में बेचकर अच्छा धन अर्जित कर रहे हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक खेती के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप अपने खेत में स्थान देकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। रतालू के बारे में आप सभी अच्छी तरह से जानते होंगे। आज आपको रतालू की खेती कैसे करें, इससे संबंधित जानकारी देने वाले हैं। बाजार में डिमांड ज्यादा व आवक कम होने की वजह से इसके भाव अच्छे मिल जाते हैं। इस वजह से किसान अब रतालू की खेती करने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। आइए जानते हैं की रतालू की खेती कैसे करते हैं और इससे कितना कमाई किया जा सकता है।
रतालू क्या है यह कैसा होता है?
रतालू एक प्रकार की सब्जी है, जो कि जमीन के अंदर उगाई जाती है। आमतौर पर इसे पकाकर, बुनकर, उबालकर या फिर सेंककर खाया जाता है। कई लोग इसे ही शकरकंद समझते हैं, लेकिन रतालू और शकरकंद में अंतर होता है। हाँ…! यह थोड़ा-थोड़ा शकरकंद की तरह दिखता है, लेकिन आकर में बड़ा होता है। यह स्वाद में फीका होता है और सफेद, बैंगनी व लाल रंग के गूदे से भरा होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में इसे काफी पसंद किया जाता है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बिश्वजीत चौधरी ने बताया है कि रतालू की 250 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं।
Ratalu Ki Kheti Details in Hindi
रतालू की खेती कैसे करें
पहले सिर्फ अफ्रीका में ही रतालू की खेती की जाती थी, लेकिन धीरे-धीरे दूसरे देशों में भी इसकी खेती होने लगी है। भारत में भी कई राज्यों में किसान रतालू की खेती करने लगे हैं। इसमें पोषक तत्वों की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जिस वजह से बाजार में हमेशा इसकी मांग निरंतर बढ़ती जा रही है। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी-6, मैग्नीज, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से इसका सेवन करना अच्छा माना जाता है। यह ब्लड प्रेशर के साथ-साथ हृदय की गति को भी कंट्रोल में रखता है। किसान बाजार में 2 गुना दाम में बेचकर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं। आइए आगे रतालू की खेती के लिए जलवायु, मिट्टी, खेत की तैयारी, समेत अन्य जानकारी के बारे में जानते हैं।
रतालू की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी (Ratalu Ki Kheti )
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अच्छी फसल के लिए जलवायु व मिट्टी बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। जलवायु के अनुसार यदि हम खेती करें तो परिणाम अच्छे मिलते हैं। रतालू की खेती के लिए उष्ण जलवायु को अच्छा माना जाता है। वहीँ दोमट मिट्टी रतालू की खेती के लिए सर्वश्रेष्ठ मानी गयी है। इसकी खेती करने के लिए क्षारीय भूमि लाभदायक नहीं होती। अच्छी फसल के लिए बिना जलभराव वाली भूमि का चयन करें। यदि जमीन नदी के किनारे हैं तो आपको परिणाम और भी ज्यादा अच्छे मिल सकते हैं।
रतालू की खेती कब की जाती है
रतालू की खेती के लिए सही समय ग्रीष्म ऋतु अच्छी मानी जाती है। अप्रैल से जून तक का समय इसकी खेती के लिए अच्छा माना गया है। यदि आप ग्रीष्म ऋतु में इसकी खेती करते हैं तो नवंबर-दिसंबर में निकालने का काम शुरू कर सकते हैं। ठंड के समय ज्यादा मांग होने की वजह से आप इसे ठंड में बेचने का काम कर सकते हैं।
रतालू के लिए ऐसे करें खेत तैयार
- इसकी खेती के लिए खेत तैयार करते समय सबसे पहले खेत की जुताई अच्छी तरह से कर लीजिए।
- आप ट्रैक्टर रोटावेटर, कल्टीवेटर की मदद से खेत में जुताई कर सकते हैं।
- अब खेत में क्यारियों का निर्माण करें, 50 सेंटीमीटर की दूरी पर डोलियों को बना लें।
- डोलियों पर 30 सेंटीमीटर की दूरी पर रतालू की बुवाई करना शुरू कर दें।
- इसके लिए रतालू के 50 ग्राम तक के टुकड़े लें और इन्हें 0.2 प्रतिशत मैनकोज़ेब दवा के घोल में 5 मिनट तक उपचारित करें, इसके बाद आप बुबाई को शुरू करें।
- अच्छे परिणाम के लिए खाद की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रति हेक्टेयर 200 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद का इस्तेमाल करें।
- डोलियों के निर्माण से पहले 60 किलोग्राम फास्फोरस और 100 किलोग्राम पोटाश को भूमि में मिला दें।
- 50 किलोग्राम नाइट्रोजन दो समान हिस्सों में बुवाई के 2 और 3 माह बाद पौधे के चारों और डालना चाहिए।
Ratalu Ki Kheti- सिंचाई कब और कैसे करें
प्रथम सिंचाई आप रतालू की बुवाई के तुरंत बाद कर दीजिए। फसल बुवाई से लेकर इसके तैयार हो जाने के बीच में आपको कुल 20 से 25 सिंचाई अनिवार्य रूप से करना है। इससे आपको बेहतर परिणाम देखने मिलेंगे।
रतालू की खेती से होगी बंपर कमाई (रतालू का भाव)
8 से 9 महीने में रतालू की खेती पूरी तरह तैयार हो जाती है। आप तुड़ाई करके बाजार में आसानी से इसकी फसल को बेच सकते हैं। यदि आपने एक बीघा में रतालू की बुवाई की है तो आपको बीज से खाद तक का कुल खर्च ₹15000 तक आया होगा। लेकिन इससे आपको मुनाफा भी काफी अच्छा होगा। बाजार में सफेद रतालू का होलसेल भाव ₹20 से ₹25 किलो है। वहीँ लाल रतालू का भाव ₹35 से ₹45 किलो होता है। बाजार में इसे आप ₹70 से ₹80 रुपए किलो के भाव से बेच सकते हैं। यदि आप एक हेक्टेयर में इसकी खेती करते हैं तो 1 टन तक फसल प्राप्त कर सकते हैं, ऐसे में बाजार में बेचकर आप इससे लाखों की कमाई कर सकते हैं।